Monday, 20 April 2020

आशा कार्यकर्ती द्वारा प्राइवेट अस्पताल में प्रसव कराने एवं, प्राइवेट डॉक्टर द्वारा का शुक्ल न जमा कर पाने के कारण प्रसूता का आधारकार्ड, पासबुक आदि का मूल पत्र गिरवी रखने के संदर्भ में शिकायत ।


From: Shruti Nagvanshi <shruti@pvchr.asia>
Date: Mon, Apr 20, 2020 at 12:16 PM
Subject: आशा कार्यकर्ती द्वारा प्राइवेट अस्पताल में प्रसव कराने एवं, प्राइवेट डॉक्टर द्वारा का शुक्ल न जमा कर पाने के कारण प्रसूता का आधारकार्ड, पासबुक आदि का मूल पत्र गिरवी रखने के संदर्भ में शिकायत ।
To: <cmup@up.nic.in>


सेवा में 
माननीय मुख्यमंत्री महोदय
उत्तर प्रदेश शासन 

विषय - आशा कार्यकर्ती द्वारा प्राइवेट अस्पताल में प्रसव कराने एवं, प्राइवेट डॉक्टर द्वारा का शुक्ल न जमा कर पाने के कारण प्रसूता का आधारकार्ड, पासबुक आदि का मूल पत्र गिरवी रखने के संदर्भ में शिकायत ।

महोदय, 

जिला जौनपुर के रामपुर ब्लाक ग्राम सकरा निवासीनी सुशीला पत्नी दिलबहार को प्रसव पीड़ा होने पर सकरा में नियुक्त आशा कार्यकर्ती संगीता को सूचित किया । तब वे प्रसूता को ब्लाक के निकट कृष्णा प्राइवेट अस्पताल में प्रसव कराने हेतु ले गयी । जंहा डॉक्टर ने बताया कि, प्रसूता को पानी और खून दोनों की जरूरत है और 6 हजार रुपये खर्च लगेगा । परिवार के पास उस समय कोई विकल्प नही था । डॉक्टर द्वारा केवल पानी चढाया गया कुछ ही समय में प्रसव हो गया। यह भी ध्यान देने योग्य बिंदु है कि, प्राइवेट अस्पताल खून किस प्रकार चढ़ता। लॉकडाउन के समय उनके पास खून की उपलब्धता किस प्रकार होता यह अपने आप में गम्भीर प्रश्न है। परिवार की अज्ञानता और विवशता का फायदा उठाकर उन्हें ठगने का प्रयास किया गया है । हद तो तब हो गया कि, प्रसव के बाद डॉक्टर द्वारा पूरे 6 हजार रुपयों की मांग किया गया । प्रसूता के पति द्वारा किसी प्रकार कर्ज मांगकर 3 हजार रुपयों की व्यवस्था तब तक हो पाया था जो उन्हें दे दिया गया ।शेष 3 हजार रुपये नही जमा करने पर प्रसूता का आधारकार्ड और बैंक पासबुक डॉक्टर द्वारा रख लिया गया है । बहुत अनुनय विनय करने पर उपरोक्त दस्तावेज गिरवी रखकर प्रसूता को घर जाने दिया गया । सो परिवार पैदल ही 2 जन्मे नवजात शिशुओंभव प्रसूता के साथ अपने गंतव्य स्थल चला आया है । लेकिन प्रसूता का आधारकार्ड व बैंकपास बुक अभी भी डॉक्टर द्वारा गिरवी रखा गया है ।
 
प्रसूता सुशीला पत्नी दिलबहार वर्तमान में उमरी ग्राम के हंसराज ईट भठ्ठे  ईंट बनाने का काम करते हैं । उनके पास कोई मोबाइल नम्बर नही है । जांच में सरलता हो इसके लिए उनके चाचा मुकादम का मोबाइल नं 6389607266 यंहा दिया जा रहा है यह लोग उमरी गांव के हंसराज मार्का ईट भट्ठे पर काम कर रहें हैं परिवार इस समय डरा सहमा हुआ है, उन्हें डर है कि क्षेत्र के प्रभावशाली व्यक्तियों द्वारा उन पर दबाव पड़ेगा ।

कृपया आप महोदय अपने संज्ञान में लेवें एवं प्रसूता का आधारकार्ड और बैंकपास बुक दिलवाने की कृपा करें जो कि किसी भी योजना से जुडने के लिए आवश्यक है और डॉक्टर द्वारा अवैध रूप से गिरवी रख लिया गया है ।

श्रुति नागवंशी 
मानवधिकार कार्यकर्ती 
मो. 9935599330

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