Wednesday 22 April 2020

अति महत्वपूर्ण : 4 दिन से 50आदिवासियों के परिवारों को नहीं मिला राशन, जानवरों को खिलने वाले अनाज से बना रहेरोटियां


From: anup srivastava <anup.pvchr@gmail.com>
Date: Wed, Apr 22, 2020 at 1:54 PM
Subject: अति महत्वपूर्ण : 4 दिन से 50आदिवासियों के परिवारों को नहीं मिला राशन, जानवरों को खिलने वाले अनाज से बना रहेरोटियां
To: <cr.nhrc@nic.in>
Cc: <sgnhrc@nic.in>, <dg-nhrc@nic.in>, <registrar-nhrc@nic.in>, <jst.nhrc@nic.in>, <js-nhrc@nic.in>, <nhrcestt@nic.in>, <covdnhrc@nic.in>, pvchr.india <pvchr.india@gmail.com>, Dr. Lenin Raghuvanshi <lenin@pvchr.asia>, ionhrc <ionhrc@nic.in>, jrlawnhrc <jrlawnhrc@hub.nic.in>, Section Officer SB-2 NHRC <so7.nhrc@nic.in>, <ar6.nhrc@nic.in>


अति महत्वपूर्ण

सेवा में,                                  22 अप्रैल, 2020

माननीय अध्यक्ष महोदय,

राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग,

नई दिल्ली |

महोदय,

      आपका ध्यान दिनांक दैनिक समाचार पत्र के इस खबर "24 दिन से 50 आदिवासियों के परिवारों को नहीं मिला राशन, जानवरों को खिलने वाले अनाज से बना रहे रोटियां" की ओर आकृष्ट कराना चाहता हूँ | कोरोना संकट में लॉक डाउन के बाद मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ जिले में बड़ी संख्या में शहरो से प्रवासी मजदूर वापस अपने गाँव लौटे मजदूरों की जमा पूंजी अब ख़त्म हो गयी | अब गाँव में काम न मिलाने से दुकानदार इन्हें उधर देने को तैयार नहीं है | जिससे इन परिवारों को पेट भरना मुश्किल हो रहा है | टीकमगढ़ जिले के बडागांव घसाना तहसील के आदिवासी आर्थिक मंदी से गुजर रहे है | इनके पास अब खाने पीने को कुछ भी नहीं है | जिससे ये आदिवासी परिवार समाई. कोदे और लाठारा के आते से रोटी बनकर अपना व अपने परिवार का पेट भर रहे है |

       अतः आपसे अनुरोध है कि कृपया इस आदिवासी परिवारों को अविलम्ब भोजन उपलब्ध कराने की कृपा करे जिससे मानव गरिमा को स्थापित किया जा सके |

संलग्नक –

1.       समाचार पत्र की प्रति |

 

भवदीय

डा0 लेनिन रघुवंशी

Lenin Raghuvanshi

Founder and CEO

People's Vigilance Committee on Human Rights (PVCHR)

An initiative of Jan Mitra Nyas ISO 9001:2008

SA 4/2 A Daulatpur, Varanasi - 221002 India

Mobile no.+91-9935599333

Email:  lenin@pvchr.asia
Websitewww.pvchr.asia 
Blogwww.pvchr.blogspot.com

Like us on facebookhttp://www.facebook.com/pvchr

 

 


No comments:

Post a Comment